PM Modi’s Message to Women of Uttarakhand: उत्तराखंड की महिलाओं के संघर्ष की कहानी किसी से छुपी नहीं है। आय दिन उत्तराखंड से कोई ना कोई नई कहानी सबके सामने आ जाती है। वहीं नैनीताल(Nainital) जिले के काकड़ीघाट(Kakdighat) की कुछ महिलाओं के संघर्ष की कहानी सबके सामने आयी है। जहां महिलाएं काकड़ीघाट से कई किलोमीटर पहाड़ी चढ़कर सुनियाकोट सिलेंडर भरवाने जा रही है। महिलाएं कड़ी धूप में खाली सिलेंडर सर पर रखकर पहाड़ी चढ़ रहे हैं।
इस दौरान महिलाओं ने अपनी वीडियो बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को अपना संदेश भेजा है। जिसमें महिलाएं प्रधानमंत्री से सड़क की मांग कर रही हैं। साथ ही महिलाएं कह रही है कि मोदी जी ने गैस तो दे दी। लेकिन गैस भरवाने के लिए कोई सुविधा नहीं दी। वे कह रही हैं कि अगर गांव में सड़क दी होती तो आज उनको ये संघर्ष नहीं करना पड़ता। महिलाएं गैस भरवाने के लिए कई किलोमीटर पहाड़ी चढ़कर गैस एजेंसी तो पहुंच जाती हैं लेकिन फिर उन्हें यहां लंबी लाइन में अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।
वीडियो में महिलाएं नेताओं की कहानी भी बता रही है। जिसमें वे कह रही हैं कि चुनाव में नेता बड़े-बड़े वादे लेकर वोट मांगने आते हैं लेकिन वोट मिलने के बाद कभी नहीं दिखते हैं। और हम कड़ी धूप में पहाड़ी चड़कर सिलेंडर भरवाने जा रहे हैं लेकिन मोदी जी ने हमारी तरफ देखा तक नहीं है। साथ ही महिला कह रही है कि नेता जी बोलते हैं कि ऐसा कर दूंगा वैसा कर दूंगा लेकिन किया कुछ नहीं है। उनके झूठ बोलने में ताकत है और वोट में ताकत नहीं है।
गांव की सबसे बड़ी समस्या सड़क की है अगर सड़क पहुंच जाती है तो गांव की आधी दिक्कत खत्म हो जाती है। लेकिन नेता जी ऐसा करना नहीं चाहते क्योंकि गांव में अगर सड़क पहुंच जाएगी तो नेता जी अगली बार वोट किस मुद्दे पर मांगेंगे। पहाड़ की पीड़ा नेता जी कहां समझेंगे । चुनाव जीत जाने के बाद उन्हें पहाड़ चढ़ने में परेशानी होती है। कभी ठंड लगती है तो कभी पहाड़ चढ़ने के नाम पर घुटनों में दर्द हो जाता है। महिलाओं ने अपना दर्द मोदी जी को अपने इस वीडियो में दिया है। लेकिन महिलाओं का ये संदेश मोदी जी तक पहुंचता है या नहीं। अगर पहुंच जाएगा तो मोदी जी पहाड़ की महिलाओं का दर्द समझेंगे या नहीं। ये तो मोदी जी जाने और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami)